नाग पंचमी सावन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। जहां सावन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी को उत्तर भारत में नाग पूजा की जाती है, वहीं दक्षिण भारत में ऐसा ही पर्व कृष्ण पक्ष की पंचमी को मनाया जाता है।हिन्दू धर्म में नाग पंचमी का अत्यंत महत्व माना जाता है। एक मान्यता के अनुसार इस दिन सर्पो के 12 स्वरूपों की पूजा की जाती है और दूध चढ़ाया जाता है।भगवान शिव को सर्प अत्यंत प्रिय हैं इसीलिए उनके प्रिय माह सावन में नाग पंचमी का त्यौहार आता है जिसे श्रद्धा पूर्वक विधि विधान से मनाने पर भोलेनाथ प्रसन्न हो कर अपनी कृपा बरसाते हैं।इस दिन स्त्रियाँ अपने भाइयों तथा परिवार की सुरक्षा के लिए प्रार्थना भी करती हैं।जिन लोगों की कुंडली में कालसर्प दोष है उन लोगों को इस दिन नाग देवता की पूजा करनी चाहिए। क्योंकि इस दिन पूजा करने से कुंडली का यह दोष समाप्त होता है।